Friday, December 30, 2011

आज का सन्देश (30 .12. 2011)



  • मेरी प्रति वर्ष कितनी उन्नति हो रही है, साल के अंत मे इसका ANALYZE करो, ताकि नए साल को नए संकल्पों के साथ शुरू करें. मेरा ANALYSIS है कि, “गुरु जी का हाथ  सिरों पर BLESSINGS के लिए होता है, शरीर को TOUCH करने के लिए नहीं. मन का वहम निकालें और ज्ञान को समझें, वर्ना इस द्वन्द मे न पढाई कर पाएंगे और न सिरों पर हाथ होगा.  फिर भी किसी को कष्ट हुआक्षमाप्रार्थी हैं.”
  • मुझे व्यर्थ संकल्पों से निवर्त होना है, अपने समय की कीमत को समझ उसको बचाना है. MATERIALIZE चीजो को CONTROL करो.
  • सारी जरूरत की चीजों को तैयार कर रखो ताकि समय पर तैयार रहें.
  •  संकल्प और समय की बचत करनी है.
  • दुखी आत्माओं का सहयोग दें और उनको कष्टों से मुक्ति दिलाएं. ये पढाई और याद की यात्रा है. अधिक पढ़े तो याद की यात्रा मे कामयाब होंगे.
कौन से SECRET पहले-पहले नहीं समझाना है.  
ज्ञान के बिना मतवाले हो जातें है. 
इसको समय के साथ ही समझाना है,
RESULT
से सब कुछ पता चल जाता है.
ज्ञान मे कितना चले और याद की पवित्रता मे कितना.
  • पुरुषार्थ का कोई  समय FIX नहीं है, जब से शुरू करेंगे, हमारा ज्ञान और याद बढता जायेगा.
  • अपनी SILENCE POWER को बढ़ाएं, और उसका दिल से अनुभव करें.
  • योग बल से ज्ञान बढाओ और पतित से पावन बनो.
  • निश्चय बुद्धि बनो, ज्ञान/शिक्षा के साथी बनोगे. बेअकल से अक्लमंद बनोगे.  निष्काम सेवा करो.
  • याद और पढाई पर पूरा-पूरा ध्यान दो. AUTHORITY बन LIFE को BALANCED बनायेंगे.
विस्तार की पढाई को SECONDS मे समां कर 
ज्ञान के सार को बढाओ.
मुसाफिर क्या बेईमान  



No comments: