Friday, December 16, 2011

आज का सन्देश (16 .12 .2011 )


  • तीव्र पुरुषार्थ कर बेफिक्र साथ-साथ चलने की कोशिश करें. बेफिक्री का जीवन कितना प्यारा लगता है.
  • जिनके जीवन मे फक्र नहीं, फ़िक्र है, उनके मस्तक पर बोझ दिखाई देता है. बेफिक्र बने रहो सदा, अगर फ़िक्र भी रहता है तो (परमात्मा/TEACHER मेरे -को -तेरे मे समाने दो. संकल्प कर लिया  तो मेरे-तेरे मे सिर्फ म---त का ही फर्क पाओगे. इसलिए मेरे-को-मेरे मे समाने दो, ऐसा मानोगे, तो साथ-साथ चलेंगे.
  • समय और संकल्प को हमेशा याद रखो. हिम्मत बनाये रखो.
हिम्मत-ए-मदद, मदद -ए-खुदा.
  • EQUAL AND COMPLETE (संपूर्ण) बनो प्यार मे.
  • निर्विघ्न और संतुष्टता का फल खाएं. पढाई मे मेहनत कर ज्ञान योग से जीवन मे सफल बने तो समानता व् सम्पूर्णता (EQUALITY & COMPLETENESS) के प्यार को हासिल करोगे और सुखमय बनोगे.
  • जो भी कार्य करें, उमंग और उत्साह से उसे COMPLETE करें चाहे वो NET EXAM , ANNUAL EXAM या जीवन TEST हो.
  • LAST, सो FAST चलो, आपको भी सफलता मिलेगी.
  • तीव्र पुरुषार्थ कर आगे-आगे बढते चलो.
  • जहाँ जरूरत है, वहाँ जरुर जाना है, संकल्प पूरा हो जायेगा.  
मुसाफिर क्या बेईमान 

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