Wednesday, January 4, 2012

आज का सन्देश (04 .12 .2012 )


होठों पर मुस्कान हर मुश्किल कार्य को आसान कर देती है.
  • मन का मौन रखें. योग का गहरा अनुभव होगा. धैर्यता व् धैर्यवान बनेगें.
  •  मुख का मौन बाहरी रूप से है, लेकिन मन के मौन से आपके ENVIRONMENT मे POWER का अहसास होगा. बाहर से आने वालों (इंसानों) को आपके LIVING AREA  (ROOM ) के ENVIRONMENT मे बहुत PEACE मिलेगी. मन का संशय, मन मे शक, मन के मौन से समाप्त हो जायेंगे.
  •  DOUBLE LIGHT रहें अर्थात BODY LIGHT WEIGHT FEEL करें और दूसरा अपना ROOM व् चारों तरफ के ENVIRONMENT मे LIGHT, प्रकाश, रौशनी के अहसास को FEEL करें.
  • शुभ संकल्प सदा रहें, इसके लिए मन को CONTROL करो.
  • परमात्मा TEACHER मे FAITH रख, योग-ज्ञान को बढाएं. आपस मे मतभेद न हो, व्यर्थ न सोचें, व्यर्थ न चितन करें, व्यर्थ न मन को गवाएं.
  • वहम ना-इलाज है, उलटे व् गलत ज्ञान को अपने अन्दर न आने दें, अपनी सृष्टि, दृष्टि, को श्रेष्ठ बनायें.
  • अपने आप को शांत, प्रेम-अनंत बनायें. ज्ञान-रत्नों को इकट्ठा करो, और पतितों को पावन करें.
तुम्हे पाकर हमने जहाँ पा लिया है, जमीं तो जमीं, आसमां पा लिया है.
  • सत्यता को समझो व् धारण करें, विकर्म विनाश होंगे.
सांप को देखो या उसकी मणि देखो.
सांप देखोगे तो विष मिलेगा, मणि देखोगे, तो मुराद मिलेगी.
  • SOUL CONSCIOUS रहने का संस्कार डालें.
  •  सच्चा हीरा बनना है. अपने जीवन मे सदा खुशी की खुराक खाने और खिलाने वाले श्रेष्ठ इंसान बनो.
  • हर परिस्थिति मे सहनशील बनो तो मौज का अनुभव करते रहोगे.
  • प्यार को याद नहीं किया जाता, वह तो अपने आप ही स्वत: आता है, निस्वार्थ प्यार मे लवलीन रहें.
मुसाफिर क्या बेईमान  

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