Monday, November 14, 2011

आज का सन्देश (Monday, 14, 2011)


  •  हर चीज नई से पुरानी होती है. ये LAW है और नया बनाने के लिए मेहनत करनी होती है.
  • यही Karma Philosophy है. परमात्मा इसी पुरानी दुनिया को नया बनाने के लिए भी LAW बनाते है.
  • आप सभी पुरानी आदतों को छोड़ कर नए LAW बनाओ, अपनी Life के लिए. आने वाले EXAMs की तैयारी करो और सफल बन कर नए LAW को अपनाएं.
  • बुद्धि को शुद्ध करें. पुरुषार्थ कर इस बुद्धि मे शुद्धता की खाद डालें.
    तभी रजो, तमो और सतो प्रधान को जीवन मे अपना  पाएंगे. अब कर्म, अकर्म या विकर्म करें, आपके ऊपर है.
  • जब तक अलिफ़, बेग नहीं समझ आएगा, नासमझ रहेंगे. पढना  व् ज्ञान लेना जरूरी है.
  • अपना Self-Assessment Chart  तैयार करें, और उसे Analyze करते रहें. तभी ज्ञान-सागर से ज्ञान-मोती निकाल पाओगे.
  • आप दो कदम चलतें है, थक जातें है. भटकाव आपको Dominate करता है. याद आता है, फिर आप ज्ञान के रास्ते पर चलतें है. इस भटकाव को पहचाने, सिर्फ EXAMs की तैयारी करें.
  • हम तो सिर्फ सिखा पाएंगे, सीखना तो आपको है. हम जबरदस्ती कर आपको ज्ञान नहीं दे पायेंगें. सीखना-सिखाना सिक्के के दो पहलु है. इसे समझो, ज्ञान को सीखो.
  • अगर शिक्षक आपको कुछ बोलतें है, तो रुठना नहीं है. यही शिक्षक आपको फिर से ज्ञान सिखाते है, खाना खिलाते है, पढ़ाते है. जो प्यार करेगा, वही शिक्षक/परमात्मा आपको डाटेगा भी.
  • शिक्षक/परमात्मा हमको पढ़ा कर हमें भगवती बनातें है. इसी नशे मे रहना है. इसे बुद्धि मे रख, ज्ञान को बाटना है. शिक्षक/परमात्मा किसी भी बात को दिल पर नहीं रखते, आपको भी वही करना है.
  • अपने-अपने EXAMs की तैयारी करो, साक्षी बन, अपने नए LAW को पूरा करें. 
परमात्मा को पाने के लिए यही जीवन-पर्यंत EXAMs है, जिसे Clear करतें रहें, और आगे बढते रहें. 
मुसाफिर क्या बेईमान

2 comments:

रश्मि प्रभा... said...

sachchiiiiiiiii

सदा said...

बिल्‍कुल सही कहा है आपने .. ।